ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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गाजियाबाद के टोनिका सिटी में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जो बिल्कुल फिल्म ‘खोसला का घोंसला’ की कहानी जैसा लगता है। 22 साल से जिस मकान में एक परिवार की महिलाएं रह रही थीं, उस मकान पर दबंगों ने आधी रात में धावा बोलकर जबरन कब्जा कर लिया। इस दौरान महिलाओं के साथ मारपीट की गई और उन्हें घर से बाहर निकाल दिया गया। पूरा घटनाक्रम घर में लगे सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया है।
तड़के 4 बजे 25–30 लोग घुसे घर में
शिकायतकर्ता अशफाक अली, निवासी होलिका सिटी, ने पुलिस को बताया कि उनका तीन रास्तों वाला मकान पिछले 22 साल से परिवार की महिलाओं के कब्जे में था। 16 नवंबर की सुबह करीब 4 बजे 25 से 30 दबंग हथियारों के साथ घर में घुस आए। उन्होंने घर में मौजूद दोनों महिलाओं को घेर लिया और बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया।
आरोपियों ने माजिद नाम के युवक का हाथ मरोड़ दिया और पेट व पीठ पर लात-घूंसे मारे। यह सब इतनी तेजी से हुआ कि महिलाएं कुछ समझ पातीं, उससे पहले ही उन्हें खींचकर बाहर ले जाया गया।
महिलाओं को कार में डालकर दूर छोड़ आए
अशफाक के अनुसार, हमलावर दोनों महिलाओं को अपनी गाड़ी में जबरन बैठाकर डीएलएफ इलाके में छोड़ आए, ताकि मकान पूरी तरह खाली हो जाए।
इसके बाद आरोपी अपने घर की महिलाओं को पीड़ितों के मकान में ले आए और उन्हें अंदर बिठाकर कब्जा पक्का कर लिया। दबंगों ने घर के बाहर लगे नोटिस बोर्ड को काले पेंट से पोत दिया, ताकि किसी को पता न चले कि इस मकान से जुड़ा कोई कानूनी विवाद चल रहा है।
जान से मारने की धमकी, CCTV फुटेज पुलिस को सौंपा गया
पीड़ित परिवार का कहना है कि आरोपियों ने साफ चेतावनी दी कि अगर वे दोबारा घर के पास भी दिखे तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। अशफाक ने अपनी शिकायत में जान मोहम्मद, इस्तकबाल, सैमसन और उसके बेटे सहित कई लोगों के नाम लिए हैं। सीसीटीवी में पूरी वारदात रिकॉर्ड होने के बाद पीड़ित ने यह फुटेज पुलिस को सौंप दिया है।
पुलिस ने शुरू की जांच, सुरक्षा की मांग
पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पड़ोसियों से भी पूछताछ की जा रही है। अशफाक का कहना है कि आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनके परिवार को जान का खतरा है। उन्होंने सिटी थाना प्रभारी से:
• तत्काल एफआईआर दर्ज करने
• सभी आरोपियों की गिरफ्तारी
• और परिवार को सुरक्षा देने की मांग की है।
यह घटना न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल उठाती है, बल्कि यह दिखाती है कि अपराधी किस तरह खुलेआम कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं।
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