ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
गाजियाबाद में साइबर ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा मामले में एक व्यक्ति के साथ 50 लाख रुपये की बड़ी ठगी हुई है। ठगों ने उसे फर्जी कंपनियों में निवेश का झांसा देकर यह रकम ऐंठ ली। पीड़ित ने इंदिरापुरम थाने में इस मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है।
कैसे हुई ठगी
पीड़ित का नाम राजेश कुमार है जो गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में रहते हैं। उन्हें कुछ महीने पहले सोशल मीडिया पर एक विज्ञापन दिखा जिसमें शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में निवेश पर अच्छा रिटर्न देने का वादा किया गया था। विज्ञापन काफी आकर्षक था और उसमें बड़े-बड़े दावे किए गए थे।
राजेश ने उस विज्ञापन पर क्लिक किया और एक फॉर्म भर दिया। कुछ ही देर में उन्हें एक फोन आया। फोन करने वाले ने अपना नाम अमित बताया और कहा कि वह एक बड़ी इन्वेस्टमेंट कंपनी से है। उसने राजेश को निवेश करने के फायदे बताए और कहा कि वे गारंटीड रिटर्न देते हैं।
झांसे में आ गए पीड़ित
अमित ने राजेश से कहा कि अगर वे 5 लाख रुपये निवेश करते हैं तो तीन महीने में उन्हें 7 लाख रुपये मिलेंगे। यह रिटर्न काफी आकर्षक था इसलिए राजेश ने निवेश करने का फैसला किया। उन्होंने 5 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए।
कुछ दिनों बाद अमित ने फिर फोन किया और कहा कि अगर वे और पैसे निवेश करेंगे तो और ज्यादा रिटर्न मिलेगा। राजेश को लगा कि यह सही है और उन्होंने और 10 लाख रुपये निवेश कर दिए। इस तरह धीरे-धीरे वे कुल 50 लाख रुपये निवेश कर बैठे।
पैसे वापस नहीं मिले
जब निवेश की अवधि पूरी हुई तो राजेश ने अपने पैसे वापस मांगे। लेकिन अमित ने बहाने बनाने शुरू कर दिए। कभी कहता कि बैंक में दिक्कत है, कभी कहता कि कुछ दस्तावेज चाहिए। इस तरह महीनों बीत गए लेकिन पैसे वापस नहीं मिले।
राजेश को अब शक होने लगा। उन्होंने उस कंपनी के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। पता चला कि ऐसी कोई कंपनी रजिस्टर्ड ही नहीं है। यह एक फर्जी कंपनी थी और वे ठगी के शिकार हो गए थे।
पुलिस में शिकायत
जब राजेश को पक्का यकीन हो गया कि उनके साथ ठगी हुई है तो वे इंदिरापुरम थाने पहुंचे। उन्होंने पूरी घटना की तफसील पुलिस को बताई और अमित तथा उसके साथियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने इस मामले में धोखाधड़ी और साइबर क्राइम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस ने राजेश से सभी दस्तावेज और ट्रांजैक्शन डिटेल ली हैं। बैंक अकाउंट नंबर और फोन नंबर की भी जानकारी ली गई है।
साइबर सेल कर रही जांच
गाजियाबाद पुलिस की साइबर सेल इस मामले की जांच कर रही है। साइबर एक्सपर्ट्स उन बैंक अकाउंट को ट्रेस कर रहे हैं जहां पैसे ट्रांसफर किए गए थे। फोन नंबर की लोकेशन भी ट्रैक की जा रही है।
पुलिस का मानना है कि यह एक संगठित गिरोह का काम है। ये लोग सोशल मीडिया पर आकर्षक विज्ञापन देते हैं और लोगों को फंसाते हैं। फिर धीरे-धीरे उनसे पैसे ऐंठ लेते हैं। इस तरह की ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं।
ऐसे बचें ठगी से
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अनजान व्यक्ति या कंपनी में निवेश करने से पहले पूरी जानकारी जुटा लें। किसी भी कंपनी में निवेश करने से पहले यह जांच लें कि वह कंपनी रजिस्टर्ड है या नहीं।
अगर कोई बहुत ज्यादा रिटर्न का वादा कर रहा है तो सावधान हो जाएं। कोई भी कंपनी गारंटीड रिटर्न नहीं दे सकती। शेयर मार्केट और म्यूचुअल फंड में रिस्क होता है और रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती।
ऑनलाइन ठगी के बढ़ते मामले
गाजियाबाद में ऑनलाइन ठगी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। हर महीने कई लोग इस तरह की ठगी के शिकार हो रहे हैं। कभी लॉटरी के नाम पर, कभी जॉब के नाम पर तो कभी निवेश के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है।
पुलिस लगातार लोगों को जागरूक कर रही है लेकिन फिर भी लोग ठगों के झांसे में आ जाते हैं। ठग लोगों की लालच का फायदा उठाते हैं और उन्हें बड़े-बड़े वादे करके फंसा लेते हैं।
साइबर सुरक्षा की जरूरत
साइबर एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों को साइबर सुरक्षा के बारे में जागरूक होना चाहिए। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें और अपनी निजी जानकारी किसी के साथ शेयर न करें। बैंक डिटेल्स और ओटीपी कभी किसी को न बताएं।
अगर कोई फोन पर बैंक अधिकारी बनकर आपकी जानकारी मांगे तो सावधान हो जाएं। बैंक कभी भी फोन पर ऐसी जानकारी नहीं मांगता। ऐसे मामले में तुरंत बैंक से संपर्क करें या पुलिस को सूचित करें।
राजेश को मिलेगा न्याय
पुलिस ने राजेश को भरोसा दिलाया है कि उन्हें न्याय मिलेगा। साइबर सेल पूरी मेहनत से इस मामले की जांच कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा और राजेश के पैसे वापस मिलेंगे।
हालांकि साइबर ठगी के मामलों में पैसे वापस मिलना मुश्किल होता है। ठग पैसे को जल्दी से निकाल लेते हैं या दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर देते हैं। फिर भी पुलिस पूरी कोशिश कर रही है।
यह घटना एक सबक है कि ऑनलाइन निवेश करते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए। जल्दी अमीर बनने के चक्कर में लोग ठगों के झांसे में आ जाते हैं और अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं।
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