ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद
में उस वक्त सनसनी फैल गई, जब पुलिस की एक संयुक्त टीम की कुख्यात गाड़ी
चोरों के साथ सीधी मुठभेड़ हो गई। यह घटना गाजियाबाद के थाना लिंकरोड और साहिबाबाद
पुलिस की एक साथ की गई कार्रवाई के दौरान हुई। पुलिस ने एक बड़े अंतर्राज्यीय वाहन
चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर लिया है। इस पूरी कार्रवाई
में एक बदमाश के पैर में गोली भी लगी है,
जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया
गया है।
कैसे दिया पुलिस ने ऑपरेशन को अंजाम?
खबरों के मुताबिक, पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि कुछ शातिर
वाहन चोर इलाके में सक्रिय हैं। थाना लिंकरोड और साहिबाबाद पुलिस ने मिलकर एक टीम बनाई
और इन बदमाशों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जब पुलिस ने संदिग्ध गाड़ी को रोकने की
कोशिश की, तो बदमाशों ने रुकने के बजाय पुलिस पर फायरिंग
शुरू कर दी और भागने लगे। अपनी जान की परवाह न करते हुए, पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की और बदमाशों को
चारों तरफ से घेर लिया। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में एक बदमाश के पैर में गोली लग
गई, जिससे वह घायल होकर गिर पड़ा। इसके बाद पुलिस
ने उसे और उसके साथी को तुरंत दबोच लिया।
73 से ज्यादा गाड़ियां चुराने वाला निकला मुख्य आरोपी
पुलिस की गिरफ्त में आए
ये दोनों बदमाश कोई मामूली चोर नहीं,
बल्कि एक बड़े गिरोह के सदस्य हैं। मुख्य
आरोपी का नाम अनिल कुमार है, जिसके खिलाफ 73 से भी ज्यादा वाहन चोरी के
मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा उस पर आर्म्स एक्ट, गैंगस्टर
एक्ट और NDPS एक्ट के तहत भी कई मामले चल रहे हैं। वहीं, दूसरे आरोपी का नाम महाराज है, जिसके ऊपर भी 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
पूछताछ में इन चोरों ने बताया कि उनका गिरोह दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, आगरा
और अलीगढ़ जैसे कई इलाकों में सक्रिय था। ये लोग गाड़ियां चुराकर उनकी पहचान छिपाने
के लिए फर्जी नंबर प्लेट लगा देते थे और फिर उन्हें बेच देते थे या कटवा देते थे।
चोरों के पास से मिला हथियारों और चोरी की गाड़ियों का जखीरा
पुलिस ने जब इन बदमाशों की तलाशी ली, तो उनके पास से भारी मात्रा में अवैध सामान बरामद हुआ। उनके कब्जे से एक अवैध तमंचा, जिंदा कारतूस और खोखे मिले हैं। इसके अलावा, पुलिस ने मौके से चोरी की 2 कारें, 4 अन्य गाड़ियों की चाबियां, गाड़ी चोरी करने में इस्तेमाल होने वाले खास उपकरण और कई फर्जी नंबर प्लेटें भी बरामद की हैं। पुलिस अब इन दोनों से सख्ती से पूछताछ कर रही है ताकि इनके गिरोह के बाकी सदस्यों तक पहुंचा जा सके और इस पूरे नेटवर्क को खत्म किया जा सके। पुलिस ने आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है और इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
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