गाजियाबाद में पुलिस की गुंडागर्दी! नाश्ता देने में हुई देरी तो कैंटीन कर्मचारी को बेल्ट से पीटा, वीडियो वायरल

  • Category:

    गाज़ियाबाद

  • Subcategory:

    Ghaziabad News Update

खाकी वर्दी में गुंडागर्दी, वीडियो हुआ वायरल

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जो कानून के रखवालों पर ही गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। यहां दो पुलिसकर्मियों ने मामूली सी बात पर एक कैंटीन में काम करने वाले युवक की बेल्ट से बेरहमी से पिटाई कर दी। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद लोग यूपी पुलिस की कार्यशैली पर गुस्सा जाहिर कर रहे हैं और आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

क्या है पूरा मामला?

घटना गाजियाबाद के एक कैंटीन की है। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दो पुलिसकर्मी कैंटीन में मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि उन्होंने नाश्ते का ऑर्डर दिया था, लेकिन उसे परोसने में थोड़ी देरी हो गई। बस इसी बात पर पुलिसवाले आग-बबूला हो गए। वीडियो में एक पुलिसकर्मी अपनी बेल्ट उतारता है और कैंटीन में काम करने वाले युवक पर ताबड़तोड़ बरसाने लगता है। दूसरा पुलिसकर्मी भी उसे धमकाता हुआ नजर आ रहा है। पीड़ित युवक रहम की भीख मांगता रहा, लेकिन वर्दी के नशे में चूर पुलिसकर्मियों ने उसकी एक नहीं सुनी।

सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा

जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, यह आग की तरह फैल गया। लोगों ने इस घटना को "पुलिस की गुंडागर्दी" और "वर्दी का घमंड" करार दिया। कई यूजर्स ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और यूपी पुलिस के आला अधिकारियों को टैग करते हुए सवाल पूछा कि क्या ऐसे पुलिसकर्मियों को जनता की सेवा करने का अधिकार है? इस घटना ने एक बार फिर पुलिस के व्यवहार और आम नागरिकों के प्रति उनके रवैये को लेकर एक बड़ी बहस छेड़ दी है।

क्या होगी कार्रवाई?

यह घटना उन रक्षकों के भक्षक बनने का एक और उदाहरण है, जिन पर समाज की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। एक मामूली सी बात पर, जैसे कि नाश्ते में देरी, किसी के साथ इस तरह की बर्बरता करना किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं है। अब देखने वाली बात यह होगी कि वीडियो वायरल होने के बाद गाजियाबाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी इन आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ क्या एक्शन लेते हैं। आम जनता की मांग है कि इन दोनों को तुरंत सस्पेंड कर इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी पुलिसकर्मी अपनी वर्दी का गलत फायदा उठाने की हिम्मत न कर सके।

Comments (0)