ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
गुजरात के गोधरा शहर में गुरुवार देर रात हुआ एक दुखद हादसा पूरे इलाके को झकझोर गया। देर रात घर में लगी आग से उठे जहरीले धुएं ने एक ही परिवार के चार लोगों की जान ले ली। सबसे दर्दनाक बात यह है कि इस परिवार के बड़े बेटे की आज सगाई होने वाली थी और घर में खुशी का माहौल था। मगर सुबह होते-होते यही घर मातम में बदल गया।
सगाई की तैयारियों के बीच हादसा
मृतकों की पहचान कमलभाई दोशी (50), उनकी पत्नी देवलबेन (45), बड़ा बेटा देव (24) और छोटा बेटा राज (22) के रूप में हुई है। परिवार रात भर सगाई की तैयारियों में व्यस्त रहा। सुबह उन्हें सगाई के कार्यक्रम के लिए वापी निकलना था। लेकिन रात में ग्राउंड फ्लोर पर रखे सोफे में अचानक आग लग गई।
माना जा रहा है कि आग शॉर्ट-सर्किट या किसी अन्य तकनीकी कारण से लगी। घर चारों तरफ से कांच से ढका हुआ था, जिससे जहरीला धुआं बाहर नहीं निकल पाया। कुछ ही मिनटों में पूरा घर धुएं से भर गया और किसी को बचने का मौका भी नहीं मिला।
सुबह पड़ोसियों ने देखा धुआं
पड़ोसियों ने सुबह जब घर से धुआं उठता देखा, तो तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। टीम मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक चारों लोग दम घुटने से जान गंवा चुके थे। दोषी परिवार गोधरा में 'वर्धमान ज्वेलर्स' के नाम से बेहद जाना-पहचाना था। आज देव दोशी की सगाई होनी थी, लेकिन उसी घर से चार अर्थियां उठीं। पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई।
जहरीले
धुएं
से
कैसे
होती
है
मौत?
आग से होने वाली मौत अक्सर जलने से कम और जहरीला धुआं शरीर में जाने से ज्यादा होती है। इसे सरल तरीके से समझें—
1. धुआं फेफड़ों में चला जाता है
आग लगने पर उठने वाला धुआं सांस के साथ तुरंत शरीर में प्रवेश करता है।
2. शरीर को ऑक्सीजन नहीं मिलती
धुएं में मौजूद कार्बन मोनोऑक्साइड खून में ऑक्सीजन की जगह ले लेता है, जिससे शरीर धीरे-धीरे ऑक्सीजन से वंचित हो जाता है।
3. चक्कर आना और बेहोशी
कुछ ही मिनटों में व्यक्ति की सांस फूलने लगती है, चक्कर आते हैं और बेहोशी छा जाती है।
4. लगातार धुआं भरने पर मौत
ऑक्सीजन की कमी और जहरीली गैसों का असर बढ़ने पर मौत हो सकती है।
अगर
कमरे
में
अचानक
धुआं
भर
जाए
तो
क्या
करें?
ऐसे हादसे किसी के भी साथ हो सकते हैं। इसलिए इन सावधानियों को जानना जरूरी है—
1. नाक–मुंह कपड़े से ढकें
किसी कपड़े को पानी से भिगोकर नाक और मुंह पर रखें, इससे धुआं कम अंदर जाएगा।
2. नीचे झुककर चलें
धुआं ऊपर की ओर फैलता है, इसलिए घुटनों के बल या झुककर बाहर निकलें।
3. दरवाजे का तापमान जांचें
गरम होने पर दरवाजा न खोलें, बाहर आग हो सकती है।
4. सबसे नजदीकी रास्ते से बाहर निकलें
यदि बाहर निकलना मुश्किल हो, तो खिड़की खोलकर हवा आने दें और मदद के लिए आवाज लगाएं।
5. लिफ्ट का इस्तेमाल न करें
ऐसे समय में हमेशा सीढ़ियों का उपयोग करें।
6. फायर ब्रिगेड को तुरंत कॉल करें
सुरक्षित स्थान पर पहुंचकर तुरंत मदद बुलाएं।
यह हादसा गोधरा के लिए ही नहीं, पूरे राज्य के लिए गहरी पीड़ा छोड़ गया। खुशी के मौके पर ऐसी अनहोनी ने एक परिवार को खत्म कर दिया और कई सवाल खड़े कर दिए—क्या हम अपने घरों में सुरक्षा को लेकर पर्याप्त सावधानी बरत रहे हैं?
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