ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
इंडिगो की मुसीबतें थमने का नाम नहीं ले रहीं
देश की सबसे बड़ी लो-कॉस्ट एयरलाइन इंडिगो इन
दिनों लगातार सुर्खियों में है, लेकिन वजह
अच्छी नहीं है। कई दिनों से उड़ानें रद्द होने और देरी से चलने की वजह से
यात्रियों की परेशानी बढ़ती जा रही है और एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी जैसा माहौल बन
रहा है। इंडिगो का फ्लाइट संकट सोमवार को भी जारी रहा और हालात सामान्य होने की
बजाय और उलझते ही दिखे।
एयरलाइन की तरफ से कई रूट्स पर फ्लाइट्स कैंसिल
कर दी गईं, जिसकी जानकारी
कई यात्रियों को आखिरी समय पर मिली। नतीजा यह हुआ कि लोग एयरपोर्ट पहुंचने के बाद
ही समझ पाए कि उनकी फ्लाइट उड़ने वाली ही नहीं है, जिससे गुस्सा और निराशा दोनों देखी गई।
दिल्ली एयरपोर्ट से एक दिन में 234 फ्लाइट्स रद्द
इंडिगो के संकट का सबसे ज्यादा असर दिल्ली
एयरपोर्ट पर दिखा, जो देश का सबसे
व्यस्त हवाई अड्डा है। जानकारी के मुताबिक, सोमवार को
सिर्फ दिल्ली से ही करीब 234
उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिनमें बड़ी
संख्या इंडिगो की फ्लाइट्स थीं। हर फ्लाइट में सैकड़ों लोग अपनी-अपनी मंजिल तक
पहुंचने की प्लानिंग कर चुके थे, लेकिन अचानक
कैंसिलेशन ने उनका पूरा शेड्यूल बिगाड़ दिया।
हालांकि दिल्ली एयरपोर्ट अथॉरिटी का कहना है कि
एयरपोर्ट का ऑपरेशन “बहुत ही सही तरीके से” चल रहा है और ज़्यादातर फ्लाइट्स समय
पर टेकऑफ कर रही हैं। लेकिन यह भी साफ तौर पर माना गया कि कुछ उड़ानें कैंसिल या
रीशेड्यूल हो सकती हैं, इसलिए यात्रियों
से कहा गया कि वे पहले से अपनी फ्लाइट स्टेटस चेक करके ही एयरपोर्ट आएं।
मुंबई से भी कई रूट्स पर कैंसिलेशन
सिर्फ दिल्ली ही नहीं, मुंबई से चलने वाली इंडिगो की उड़ानों पर भी इसका असर साफ दिखा।
सोमवार को मुंबई से कम से कम 9 फ्लाइट्स रद्द
हुईं, जो अलग-अलग शहरों के लिए तय थीं। जिन रूट्स पर
कैंसिलेशन हुआ, उनमें चंडीगढ़, नागपुर, बेंगलुरु, हैदराबाद, गोवा और दरभंगा
जैसे शहर शामिल रहे।
इसी तरह दिल्ली से भी कई अहम रूट्स की फ्लाइट्स
कैंसिल कर दी गईं, जिनमें बनारस, इंदौर, हैदराबाद, विजयवाड़ा और जम्मू की उड़ानें शामिल हैं। दिल्ली-मुंबई जैसे बिज़ी
सेक्टर पर भी कैंसिलेशन और देरी से सफर कर रहे यात्रियों को काफी दिक्कतों का
सामना करना पड़ा।
दिल्ली एयरपोर्ट की एडवाइजरी: क्या कहा गया
यात्रियों से?
बढ़ते हंगामे और सोशल मीडिया पर आ रही शिकायतों
के बीच दिल्ली एयरपोर्ट ने एक्स (पहले ट्विटर) पर एक खास एडवाइजरी शेयर की। इसमें
कहा गया कि एयरपोर्ट का ऑपरेशन सामान्य रूप से चल रहा है, लेकिन कुछ फ्लाइट्स कैंसिल या रीशेड्यूल हो सकती हैं।
अथॉरिटी ने यह भी बताया कि उनकी ग्राउंड टीम यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार काम कर रही है और भीड़ को मैनेज करने की कोशिश की जा रही है। सबसे अहम बात, यात्रियों से अपील की गई कि वे अपनी फ्लाइट को लेकर सीधा एयरलाइन से लगातार अपडेट लेते रहें और सिर्फ पुरानी टिकट या अनुमान के भरोसे एयरपोर्ट न पहुंचें।
यात्रियों की मुश्किलें: लंबी लाइनें, बदला हुआ शेड्यूल
इंडिगो के इस संकट का सबसे ज्यादा असर आखिरी समय
पर सफर करने वालों पर पड़ा है। कई लोगों ने होटल बुकिंग, कनेक्टिंग फ्लाइट, मीटिंग या
फैमिली फंक्शन के हिसाब से अपना पूरा कार्यक्रम बना रखा था, जो अचानक रद्द फ्लाइट के कारण बिगड़ गया।
एयरपोर्ट पर कई जगह लंबी-लंबी लाइनें दिखीं, लोग काउंटर पर रीबुकिंग, रिफंड या किसी
दूसरी फ्लाइट में सीट के लिए जूझते नजर आए। कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर लिखा
कि उन्हें घंटों इंतजार के बाद भी क्लियर जवाब नहीं मिल रहा कि वे कब तक अपनी
मंजिल तक पहुंच पाएंगे।
DGCA का एक्शन:
इंडिगो को कारण बताओ नोटिस
मामला जब लगातार कई दिनों तक बिगड़ता रहा तो अब
नियामक संस्था DGCA (नागर विमानन
महानिदेशालय) को भी दखल देना पड़ा। DGCA ने
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स और जवाबदेही प्रबंधक इस्द्रो पोर्क्वेरास को ‘कारण बताओ नोटिस’ जारी
किया है। इसमें पूछा गया है कि आखिर किस वजह से इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें
प्रभावित हुईं और यात्रियों को बार-बार दिक्कतें झेलनी पड़ीं।
बताया गया कि दोनों अधिकारियों को अपना लिखित
जवाब देने के लिए 24 घंटे का
अतिरिक्त समय दिया गया है या फिर सोमवार शाम 6 बजे तक की डेडलाइन तय की गई है। DGCA इस पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट चाहती है ताकि यह तय किया जा सके कि
आगे एयरलाइन पर क्या कदम उठाया जाना चाहिए।
छह दिन से जारी है बड़ा व्यवधान
जानकारी के मुताबिक, पिछले करीब छह दिनों से लगातार इंडिगो की उड़ान सेवाओं में बड़े स्तर
पर व्यवधान देखे जा रहे हैं। यह कोई एक-दो दिन की गड़बड़ी नहीं, बल्कि कई दिन से चल रही ऐसी दिक्कत है जिससे मिलियन स्तर पर यात्रियों
की प्लानिंग प्रभावित हुई है।
इसी पृष्ठभूमि में DGCA ने सख्ती दिखाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया, ताकि एयरलाइन से आधिकारिक रूप से ये साफ हो सके कि अंदरूनी दिक्कत
क्या है – मैनपावर की कमी, टेक्निकल
प्रॉब्लम, क्रू की
अनुपलब्धता या शेड्यूलिंग में गड़बड़ी। अभी तक इस बारे में इंडिगो की तरफ से
विस्तार से पब्लिक स्टेटमेंट नहीं आया है।
दिल्ली एयरपोर्ट कहां तक जिम्मेदार?
कई यात्री गुस्से में सीधे एयरपोर्ट अथॉरिटी को
भी निशाना बना रहे हैं, लेकिन
टेक्निकली फ्लाइट कैंसिल या रीशेड्यूल करने का फैसला एयरलाइन लेती है, एयरपोर्ट नहीं। दिल्ली एयरपोर्ट ने अपने मैसेज में साफ किया कि उनका
ऑपरेशन नॉर्मल है और वे सिर्फ यात्रियों की सुविधा और मैनेजमेंट की जिम्मेदारी
संभाल रहे हैं।
यानी रनवे, सिक्योरिटी, बोर्डिंग गेट और ग्राउंड मैनेजमेंट की तरफ से एयरपोर्ट पूरी कोशिश कर
रहा है कि जिन फ्लाइट्स ऑपरेट हो रही हैं, उन्हें समय पर
भेजा जा सके। लेकिन अगर एयरलाइन खुद किसी उड़ान को रद्द करती है या टाइम बदलती है, तो उस पर अंतिम फैसला एयरलाइन का ही होता है।
यात्रियों को क्या करना चाहिए?
1) इस तरह की
स्थिति में आम यात्री सबसे कमजोर कड़ी बन जाता है, इसलिए कुछ बातें ध्यान में रखना ज़रूरी हैं।
2)सफर से पहले
एयरलाइन की वेबसाइट या ऐप पर अपनी फ्लाइट स्टेटस जरूर चेक करें।
3)एयरलाइन से
ईमेल या SMS नोटिफिकेशन ऑन
रखें ताकि कोई बदलाव तुरंत पता चल सके।
4)अगर फ्लाइट
कैंसिल हो गई है तो रिफंड, रीबुकिंग या
दूसरी फ्लाइट के विकल्प के लिए तुरंत कस्टमर केयर या काउंटर से बात करें।
यात्रियों के लिए यह भी बेहतर है कि जहां संभव
हो, बहुत टाइट कनेक्शन या जरूरी मीटिंग से पहले का
सफर थोड़ी लूज प्लानिंग के साथ करें, ताकि अचानक
कैंसिलेशन की स्थिति में थोड़ी गुंजाइश बची रहे।
आगे की राह: क्या हालात जल्दी सुधरेंगे?
फिलहाल तस्वीर साफ नहीं है कि इंडिगो का यह संकट
कितने समय में पूरी तरह कंट्रोल में आ पाएगा। DGCA के नोटिस का जवाब आने के बाद नियामक अगला कदम तय करेगा और हो सकता है
कि एयरलाइन को सुधारात्मक कदमों की एक डिटेल लिस्ट सामने रखनी पड़े।
यात्रियों की उम्मीद बस इतनी है कि जल्द से जल्द
शेड्यूल नॉर्मल हो, आखिरी समय पर
कैंसिलेशन बंद हों और जो लोग टिकट खरीद रहे हैं, उन्हें कम से कम भरोसेमंद सफर मिल सके। अगर इंडिगो और अन्य एयरलाइंस
इस घटना से सीख लें और ऑपरेशन प्लानिंग मजबूत करें, तो भविष्य में ऐसे बड़े पैमाने के संकट से बचा जा सकता है।
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