ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
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क्रिकेट के मैदान पर चौके-छक्के लगाते हुए आपने खिलाड़ियों को तो बहुत देखा होगा, लेकिन अब कल्पना कीजिए कि धोती-कुर्ते में संत-महात्मा हाथ में बल्ला और गेंद लेकर यही करते नजर आएं। जी हां, यह अनोखा नजारा दिल्ली में देखने को मिलेगा, जहां 18 अक्टूबर से 'सनातन क्रिकेट लीग' का आयोजन किया जा रहा है।
कौन-कौन खेलेगा इस लीग में?
यह कोई आम क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं है। इस लीग में देश के कई जाने-माने संत और धार्मिक गुरु हिस्सा लेंगे। सबसे बड़े आकर्षण का केंद्र होंगे प्रसिद्ध कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री। ये दोनों संत भी अपनी-अपनी टीमों के साथ मैदान पर उतरेंगे और क्रिकेट में हाथ आजमाएंगे।
क्या है आयोजन का उद्देश्य?
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म और संस्कृति को एक नए और आधुनिक तरीके से युवाओं के बीच लोकप्रिय बनाना है। आयोजकों का मानना है कि क्रिकेट, जो भारत में एक धर्म की तरह है, के माध्यम से संतों की बात और सनातन के संदेश को आसानी से ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सकता है।
तैयारियां जोरों पर
इस अनोखी लीग को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं। दिल्ली में होने वाले इस आयोजन के लिए टीमों का गठन किया जा रहा है और संत भी अभ्यास में जुटे हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि जो संत अपने प्रवचनों से लाखों लोगों का मार्गदर्शन करते हैं, वे क्रिकेट के मैदान पर कैसा प्रदर्शन करते हैं। यह आयोजन निश्चित रूप से खेल और आध्यात्मिकता का एक अनूठा संगम होगा।
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