ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
ज़मीन से जुड़ी सोच और सच्ची खबरें
दिल्ली में लाल किले के पास हुए आत्मघाती हमले की जांच में रोज नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा खुलासे में सामने आया है कि हमलावर उमर उन नबी ने खुद को उड़ाने से पहले दिल्ली के तुर्कमान गेट इलाके की एक मस्जिद में करीब 10 मिनट बिताए थे। उसके बाद वह सीधे लाल किले की तरफ बढ़ा और अपनी कार में रखे विस्फोटकों को ब्लास्ट कर दिया।
तुर्कमान गेट की मस्जिद में रुकना
सुरक्षा एजेंसियों की जांच में पता चला है कि उमर ने धमाका करने से पहले तुर्कमान गेट इलाके की एक मस्जिद में अपनी कार रोकी थी। वह करीब 10 मिनट तक मस्जिद के अंदर रहा। जांच एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि वह मस्जिद में क्या कर रहा था और क्या वहां किसी से मिला था।
मस्जिद के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। पुलिस ने मस्जिद के इमाम और वहां मौजूद अन्य लोगों से भी पूछताछ की है। यह जानना जरूरी है कि क्या उमर का वहां किसी और से संपर्क था या वह अकेला ही था।
नमाज पढ़ने गया था या कुछ और
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि उमर शायद आखिरी बार नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद गया होगा। आत्मघाती हमलावर अक्सर हमला करने से पहले धार्मिक कार्य करते हैं। हालांकि यह भी संभावना है कि वह किसी और से मिलने या कोई अंतिम संदेश देने गया हो।
जांच एजेंसियां इस बात की भी जांच कर रही हैं कि क्या उमर ने मस्जिद में किसी को फोन किया था या किसी से बात की थी। उसके फोन रिकॉर्ड्स खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि वह किससे संपर्क में था।
मस्जिद से सीधे लाल किले की तरफ
मस्जिद से निकलने के बाद उमर सीधे लाल किले की तरफ बढ़ गया। सीसीटीवी फुटेज में देखा गया कि वह अपनी हुंडई I20 कार में बैठा था और तेजी से लाल किले की तरफ जा रहा था। लाल किले के पास पहुंचकर उसने अपनी कार में रखे विस्फोटकों को ब्लास्ट कर दिया।
धमाका इतना जोरदार था कि कार के परखच्चे उड़ गए और आसपास की कई इमारतों के शीशे टूट गए। इस घटना में 12 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों लोग घायल हुए। उमर खुद भी धमाके में मारा गया और उसका शव कार में ही मिला था।
क्यों चुना लाल किला को निशाना
सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि लाल किला एक प्रतीकात्मक जगह है इसलिए उमर ने इसे निशाना बनाया। लाल किला भारत की आजादी और गौरव का प्रतीक है। यहां हर साल 15 अगस्त को प्रधानमंत्री तिरंगा फहराते हैं। इसलिए इस जगह पर हमला करना एक तरह से देश के गौरव पर हमला करना था।
लाल किला दिल्ली का सबसे महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्मारक है और हर दिन हजारों पर्यटक यहां आते हैं। इस जगह पर हमला करके आतंकवादी पूरी दुनिया का ध्यान खींचना चाहते थे। उनका मकसद लोगों में दहशत फैलाना और सरकार को शर्मिंदा करना था।
उमर का आतंकी नेटवर्क
जांच में पता चला है कि उमर अकेला नहीं था बल्कि एक बड़े आतंकी नेटवर्क का हिस्सा था। वह जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा का रहने वाला था और एक डॉक्टर था। उसने अपनी मेडिकल शिक्षा का इस्तेमाल विस्फोटक बनाने में किया था।
सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक उमर के कई साथी थे जो इस साजिश में शामिल थे। फरीदाबाद में कुछ आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ चल रही है। एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इस नेटवर्क में कितने लोग शामिल हैं।
तीन कारों की साजिश
जैसा कि पहले बताया गया है, आतंकियों ने तीन कारों में विस्फोटक लगाने की योजना बनाई थी। एक कार में धमाका हो चुका है, दूसरी कार फरीदाबाद से बरामद हो चुकी है और तीसरी कार की तलाश जारी है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात को लेकर चिंतित हैं कि तीसरी कार में भी विस्फोटक हो सकते हैं।
BOLO अलर्ट जारी किया गया है और सभी राज्यों की पुलिस को निर्देश दिया गया है कि वे तीसरी कार की तलाश करें। अगर यह कार मिल जाती है तो एक बड़ी घटना को रोका जा सकता है।
अयोध्या राम मंदिर पर हमले की योजना
सबसे खतरनाक खुलासा यह है कि आतंकियों की अगली योजना अयोध्या के राम मंदिर पर हमला करने की थी। वे 25 नवंबर को राम मंदिर में बड़ा हमला करने वाले थे। यह जानकारी मिलने के बाद अयोध्या में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
राम मंदिर पर हमला देश में बड़ी अशांति फैला सकता था। आतंकवादी इसी को अपना निशाना बनाना चाहते थे। सुरक्षा एजेंसियां अब पूरी तरह से अलर्ट हैं और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर नजर रख रही हैं।
DNA टेस्ट से पुष्टि
गृह मंत्री अमित शाह के निर्देश पर उमर के शव का DNA टेस्ट किया गया। उसके परिवार से भी DNA सैंपल लिए गए और मिलान किया गया। टेस्ट रिपोर्ट से पुष्टि हो गई कि कार में मिला शव उमर उन नबी का ही है।
यह पुष्टि होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उमर के परिवार और दोस्तों से पूछताछ शुरू कर दी। यह जानने की कोशिश की जा रही है कि उमर कब से आतंकवाद में शामिल था और किसने उसे भड़काया।
NIA कर रही है जांच
इस मामले की जांच अब NIA के हवाले कर दी गई है। NIA की विशेष टीम दिल्ली, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में छापेमारी कर रही है। कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ चल रही है।
NIA का मानना है कि यह एक अंतरराष्ट्रीय साजिश हो सकती है और विदेश से फंडिंग हो सकती है। एजेंसी इस मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रही है ताकि पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके।
Comments (0)
No comments yet. Be the first to comment!