बार-बार बीमार पड़ते हैं बच्चे? ये खानपान की आदतें बना सकती हैं उन्हें तंदुरुस्त!

बदलते मौसम, प्रदूषण और असंतुलित दिनचर्या का सबसे ज्यादा असर बच्चों की सेहत पर पड़ता है। आजकल छोटी उम्र में ही बच्चों को बार-बार सर्दी-जुकाम, पेट दर्द, एलर्जी या हल्का बुखार होना आम बात हो गई है।


इसका सबसे बड़ा कारण है, कमजोर इम्युनिटी। यानी उनका शरीर उन बाहरी संक्रमणों और वायरस से लड़ने के लिए उतना सक्षम नहीं है, जितना होना चाहिए।


ऐसे में पैरेंट्स की सबसे बड़ी चिंता यही होती है कि बच्चों को बीमारियों से कैसे बचाया जाए।


एक्सपर्ट्स मानते हैं कि बच्चों की इम्युनिटी को मजबूत करना कोई जटिल प्रक्रिया नहीं है।


सिर्फ रोज़मर्रा की लाइफस्टाइल और खानपान में छोटे-छोटे बदलाव करके आप यह काम आसानी से कर सकते हैं।


इसके लिए जरूरी है कि बच्चे को ऐसे फूड्स दिए जाएं जो पोषण से भरपूर हों, उनके शरीर को भीतर से मजबूत बनाएं और प्रतिरोधक क्षमता को नेचुरल तरीके से बूस्ट करें।


  1. दही: प्रोबायोटिक पावरहाउस


दही बच्चों की डाइट में शामिल करने के लिए सबसे आसान और असरदार विकल्प है। इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स यानी अच्छे बैक्टीरिया न केवल बच्चों के पाचन तंत्र को दुरुस्त रखते हैं, बल्कि उनकी इम्युनिटी को भी बढ़ाते हैं।


गर्मियों में ठंडा दही शरीर को ठंडक देता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। आप चाहें तो दही में फलों का प्यूरी मिलाकर बच्चों को स्मूदी या फ्रूट योगर्ट के रूप में दे सकते हैं, जिससे वे स्वाद के साथ-साथ सेहत भी पाएं।


  1. हल्दी वाला दूध: हर घर की रामबाण दवा


दादी-नानी के नुस्खों में हल्दी वाला दूध एक सदाबहार इलाज माना जाता है। इसमें मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो बच्चों के शरीर को बैक्टीरिया, गले की खराश, सूजन और ठंड से बचाते हैं।


अगर बच्चा रात में हल्दी वाला दूध पीता है तो उसकी नींद अच्छी होती है और इम्युनिटी भी धीरे-धीरे मजबूत होती है।


  1. ड्राई फ्रूट्स: बादाम और अखरोट की ताकत


बच्चों के दिमागी विकास और इम्युनिटी के लिए बादाम और अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट्स बेहद जरूरी हैं। इनमें मौजूद हेल्दी फैट, विटामिन E और जिंक शरीर की कोशिकाओं को पोषण देते हैं और बच्चों को ऊर्जावान बनाते हैं।


आप इन्हें पीसकर दूध में डाल सकते हैं या हल्के से रोस्ट करके बच्चों को स्नैक के रूप में दे सकते हैं। याद रखें, बच्चों को रोज़ कम मात्रा में लेकिन नियमित रूप से ड्राई फ्रूट देना चाहिए।


  1. विटामिन C से भरपूर मौसमी फल


संतरा, पपीता, कीवी, अमरूद जैसे फल विटामिन C के बेहतरीन स्रोत हैं। यह विटामिन बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में खास भूमिका निभाता है।


इन फलों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को टॉक्सिन्स से मुक्त करते हैं और संक्रमण से लड़ने की ताकत बढ़ाते हैं।


बच्चों को रोज़ रंग-बिरंगे फल खाने की आदत डालना न केवल उन्हें स्वस्थ रखेगा, बल्कि उनकी त्वचा और पाचन भी सुधरेगा।


  1. सब्ज़ियों का रंगीन कमाल


पालक, गाजर, शकरकंद, टमाटर जैसी रंग-बिरंगी सब्ज़ियों में भरपूर विटामिन A, आयरन और फाइबर होते हैं।


ये बच्चों के खून की गुणवत्ता सुधारते हैं, आंतों को साफ रखते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।


अगर बच्चे सब्ज़ियां नहीं खाना चाहते तो आप इन्हें सूप, पराठा या टिक्की की तरह मजेदार फॉर्म में दे सकते हैं।


  1. अंडा और दाल: प्रोटीन का बेस्ट कॉम्बो


बच्चों के शरीर के निर्माण और रोगों से लड़ने के लिए प्रोटीन बेहद ज़रूरी होता है। अंडा प्रोटीन, विटामिन B12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होता है, जबकि दालों में प्रोटीन के साथ-साथ आयरन और फाइबर भी होता है।


बच्चों के लिए हर दिन दाल और हफ्ते में 4-5 बार अंडा देना बहुत लाभदायक हो सकता है। अगर बच्चा अंडा नहीं खाना चाहता तो उसे एग सैंडविच, ऑमलेट या एग पराठा बनाकर दिया जा सकता है।


  1. शहद: नेचुरल एंटीबायोटिक (1 साल से ऊपर के बच्चों के लिए)


शहद में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो सर्दी-खांसी और गले की खराश में बेहद असरदार हैं। इसे आप गुनगुने पानी या दूध में मिलाकर बच्चों को दे सकते हैं।


लेकिन एक्सपर्ट्स यह साफ सलाह देते हैं कि 1 साल से छोटे बच्चों को शहद न दिया जाए क्योंकि इससे बोटुलिज़्म नामक इंफेक्शन का खतरा हो सकता है।


नींद, धूप और साफ-सफाई भी है जरूरी


सिर्फ अच्छा खाना ही नहीं, बच्चों की इम्युनिटी मजबूत करने के लिए पर्याप्त नींद, सुबह की हल्की धूप और व्यक्तिगत साफ-सफाई भी उतनी ही जरूरी है।


बच्चों को स्क्रीन टाइम कम देना चाहिए और उन्हें बाहर खेलने के लिए प्रेरित करना चाहिए ताकि उनका शरीर नेचुरली एक्टिव बना रहे।


बच्चों की इम्युनिटी मजबूत बनाना कोई महंगा या मुश्किल काम नहीं है। यह बस समझदारी और नियमितता का खेल है।


घर का बना ताज़ा खाना, प्राकृतिक फूड्स, पर्याप्त नींद और थोड़ा खेलकूद, यही वो मूल मंत्र हैं जो बच्चों को तंदुरुस्त, खुश और बीमारियों से दूर रख सकते हैं।


अगर आपने ये आदतें अभी से बच्चों में डाल दीं, तो आगे चलकर उन्हें डॉक्टर की ज़रूरत भी कम पड़ेगी।


आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।

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