पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स में फ्रेग्रेंस कितनी सुरक्षित है, क्या इससे स्किन को खतरा है?

आजकल हर कोई स्मार्ट दिखना चाहता है और इसके लिए तरह-तरह के पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स यूज किए जाते हैं। चाहे शैंपू हो, फेस वॉश, डियोड्रेंट या ब्यूटी क्रीम, हर चीज में एक चीज कॉमन होती है, वो है खुशबू।


लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये खुशबू असल में सेहत और स्किन के लिए कितनी सही है?


अक्सर यही खुशबू हमें किसी प्रोडक्ट की तरफ खींचती है, लेकिन इसके पीछे कुछ ऐसे केमिकल छिपे होते हैं जो धीरे-धीरे हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।


डॉ. शहला अग्रवाल, जो दिल्ली में MEHAK The Derma and Surgery Clinic में स्किन स्पेशलिस्ट हैं, बताती हैं कि आजकल ज्यादातर कॉस्मेटिक और पर्सनल केयर प्रोडक्ट्स में पैराबेन्स और फ्थैलेट्स जैसे केमिकल्स मिलाए जाते हैं।


ये केमिकल्स खुशबू को लंबे समय तक बनाए रखने का काम करते हैं। लेकिन इन्हीं के चलते शरीर में हार्मोन गड़बड़ा सकते हैं।


कई रिसर्च में यह बात सामने आई है कि लंबे समय तक इन चीजों के यूज से प्रजनन से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं, और कुछ मामलों में ब्रेस्ट कैंसर तक का खतरा बढ़ जाता है।


फ्रेग्रेंस वाले प्रोडक्ट्स क्यों बनाते हैं परेशानी


इन प्रोडक्ट्स से चाहे जितनी भी अच्छी महक आए, लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स भी उतने ही गंभीर हो सकते हैं।


डॉ. शहला कहती हैं कि फ्रेग्रेंस वाले कई प्रोडक्ट्स से स्किन पर एलर्जी, जलन या खुजली हो सकती है।


कुछ लोगों को सांस लेने में दिक्कत, अस्थमा का अटैक या सरदर्द जैसी प्रॉब्लम भी हो सकती है।


खासतौर से जिन्हें पहले से अस्थमा या स्किन की एलर्जी है, उनके लिए ये प्रोडक्ट्स और भी खतरनाक साबित हो सकते हैं।


इसके अलावा, इन खुशबुओं के लंबे समय तक संपर्क में रहने से शरीर के अंदर हार्मोन असंतुलित हो सकते हैं।


इसका असर महिलाओं की प्रजनन क्षमता पर भी पड़ सकता है और पुरुषों में भी टेस्टोस्टेरोन लेवल गड़बड़ा सकता है। यानी सिर्फ स्किन ही नहीं, अंदरूनी सेहत भी खराब हो सकती है।


नेचुरल खुशबू वाला ऑप्शन कितना सही है?


अब लोग सिंथेटिक फ्रेग्रेंस की जगह नेचुरल ऑप्शन की तरफ जा रहे हैं। नेचुरल यानी Essential Oils वाले प्रोडक्ट्स जो फूलों या जड़ी-बूटियों से बनाए जाते हैं। ये ज्यादा नुकसान नहीं करते, लेकिन हां, इनकी खुशबू थोड़ी देर ही टिकती है।


जहां केमिकल वाले परफ्यूम 8-10 घंटे तक चल सकते हैं, वहीं नेचुरल परफ्यूम 3-6 घंटे तक ही महकते हैं।


फिर भी अगर सेहत की बात करें तो ये ऑप्शन बेहतर हैं। इनसे न तो एलर्जी का खतरा होता है और न ही अंदरूनी सेहत पर असर पड़ता है।


हालांकि, जिन लोगों की स्किन बहुत सेंसिटिव है, उन्हें नेचुरल प्रोडक्ट्स भी स्किन टेस्ट के बाद ही यूज करने चाहिए।


सेफ रहना है तो ये 3 बातें जरूर ध्यान रखें


अगर आप नहीं चाहते कि आपकी स्किन या सेहत पर किसी भी तरह का असर पड़े, तो कुछ चीजें जरूर अपनाएं।


सबसे पहले, कोशिश करें कि Fragrance-Free या Unscented प्रोडक्ट्स ही खरीदें। इनमें केमिकल वाले खुशबू कम या नहीं होती, जिससे स्किन पर असर भी नहीं होता।


दूसरा, प्रोडक्ट खरीदते वक्त उसका लेबल जरूर पढ़ें। देखें कि उसमें कौन-कौन से केमिकल्स हैं। अगर Paraben, Phthalate, या Artificial Fragrance लिखा हो, तो थोड़ा सावधान हो जाएं।


तीसरा, अगर कोई प्रोडक्ट लगाने के बाद आपकी स्किन में खुजली, जलन या कोई लाल दाग दिखे तो तुरंत उसका इस्तेमाल बंद कर दें और स्किन स्पेशलिस्ट से मिलें। कई बार छोटी सी लापरवाही बड़ी परेशानी बन जाती है।


ज्यादा समय तक न करें इस्तेमाल


एक बात और, चाहे कोई भी प्रोडक्ट हो, उसे सालों-साल तक यूज करना सही नहीं है। कई बार कोई चीज तुरंत नुकसान नहीं पहुंचाती, लेकिन धीरे-धीरे उसका असर शुरू होता है।


इसलिए हर कुछ महीने में प्रोडक्ट बदलना या स्किन को बिना केमिकल के थोड़ा ब्रेक देना फायदेमंद हो सकता है।


बाजार में आजकल ढेर सारे प्रोडक्ट्स आ गए हैं जो कम कीमत में मिल जाते हैं और उनके पैकेट पर खूब दमदार दावे भी लिखे होते हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि जो महक रहा हो वो अच्छा ही हो।


हो सकता है कि उसकी महक के पीछे ऐसा केमिकल छिपा हो जो धीरे-धीरे आपकी सेहत बिगाड़ रहा हो।


आखिर में बात सीधी है


खुशबू भले ही अच्छी लगती हो, लेकिन अगर वो आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा रही है तो समझदारी इसी में है कि उससे दूरी बना ली जाए।


आज के दौर में जहां हर चीज़ लुक्स और फ्रेग्रेंस पर टिकी है, वहां थोड़ी सी होशियारी आपकी स्किन और सेहत दोनों को बचा सकती है।


आप क्या सोचते हैं इस खबर को लेकर, अपनी राय हमें नीचे कमेंट्स में जरूर बताएँ।


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